सर्वनाम की परिभाषा
सर्वनाम के भेद
- पुरुषवाचक
- निजवाचक
- निश्चयवाचक
- अनिश्चयवाचक
- संबंधवाचक
- प्रश्नवाचक
- उत्तमपुरुष
- मध्यमपुरुष
- अन्यपुरुष
पुरुषवाचक सर्वनाम
- उत्तमपुरुष - मैं, हम।
- मध्यमपुरुष - तू, तुम, आप।
- अन्यपुरुष - वह, वे, यह, ये।
- मैं खेल रहा था।
- मैंने पुस्तक खरीद ली है।
- हम बाज़ार गए थे।
- हमारे लिए खाने का प्रबंध करो।
- तुम स्कूल जाओ।
- आप हमारे घर चलिए।
- आपको हमारी बात माननी पड़ेगी।
- तुम्हें यह शरारत नहीं करनी चाहिए थी।
- वह खेल-कूद में बहुत तेज़ है।
- वे श्रेष्ठ खिलाड़ी हैं।
- उनसे कोई आशा न रखना।
- उन्हें यहाँ आने के लिए कह देना।
निजवाचक सर्वनाम
- निजवाचक 'आप' का प्रयोग किसी संज्ञा या सर्वनाम के अवधारण (निश्चय) के लिए होता है। जैसे-मैं आप वहीं से आया हूँ; मैं आप वही कार्य कर रहा हूँ।
- निजवाचक 'आप' का प्रयोग दूसरे व्यक्ति के निराकरण के लिए भी होता है। जैसे-उन्होंने मुझे रहने को कहा और आप चलते बने; वह औरों को नहीं, अपने को सुधार रहा है।
- सर्वसाधारण के अर्थ में भी 'आप' का प्रयोग होता है। जैसे-आप भला तो जग भला; अपने से बड़ों का आदर करना उचित है।
- अवधारण के अर्थ में कभी-कभी 'आप' के साथ 'ही' जोड़ा जाता है। जैसे-मैं आप ही चला आता था; यह काम आप ही हो गया; मैं यह काम आप ही कर लूँगा।
निश्चयवाचक सर्वनाम
अनिश्चयवाचक सर्वनाम
संबंधवाचक सर्वनाम
प्रश्नवाचक सर्वनाम
संयुक्त सर्वनाम
सर्वनाम के रूपांतर (लिंग, वचन और कारक)
- वह खाता है।
- वह खाती है।
सर्वनाम की कारक-रचना (रूप-रचना)
कारक |
एकवचन |
बहुवचन |
कर्ता |
मैं, मैंने |
हम, हमने |
कर्म |
मुझे, मुझको |
हमें, हमको |
करण |
मुझसे |
हमसे |
संप्रदान |
मुझे, मेरे
लिए |
हमें, हमारे
लिए |
अपादान |
मुझसे |
हमसे |
संबंध |
मेरा, मेरे,
मेरी |
हमारा, हमारे,
हमारी |
अधिकरण |
मुझमें, मुझपर |
हममें, हमपर |
कारक |
एकवचन |
बहुवचन |
कर्ता |
तू, तूने |
तुम, तुमने,
तुमलोगों
ने |
कर्म |
तुझको, तुझे |
तुम्हें, तुमलोगों
को |
करण |
तुझसे, तेरे
द्वारा |
तुमसे, तुम्हारे
से,
तुमलोगों
से |
संप्रदान |
तुझको, तेरे
लिए,
तुझे |
तुम्हें, तुम्हारे
लिए,
तुमलोगों
के लिए |
अपादान |
तुझसे |
तुमसे, तुमलोगों
से |
संबंध |
तेरा, तेरी,
तेरे |
तुम्हारा-री, तुमलोगों
का-की |
अधिकरण |
तुझमें, तुझपर |
तुममें, तुमलोगों
में-पर |
कारक |
एकवचन |
बहुवचन |
कर्ता |
वह, उसने |
वे, उन्होंने |
कर्म |
उसे, उसको |
उन्हें, उनको |
करण |
उससे, उसके
द्वारा |
उनसे, उनके
द्वारा |
संप्रदान |
उसको, उसे,
उसके
लिए |
उनको, उन्हें,
उनके
लिए |
अपादान |
उससे |
उनसे |
संबंध |
उसका, उसकी,
उसके |
उनका, उनकी,
उनके |
अधिकरण |
उसमें, उसपर |
उनमें, उनपर |
कारक |
एकवचन |
बहुवचन |
कर्ता |
आपने |
आप लोगों ने |
कर्म |
आपको |
आप लोगों को |
करण |
आपसे |
आप लोगों से |
संप्रदान |
आपको, के
लिए |
आप लोगों को, के
लिए |
अपादान |
आपसे |
आप लोगों से |
संबंध |
आपका, की,
के |
आप लोगों का, की,
के |
अधिकरण |
आपमें, पर |
आप लोगों में, पर |
कारक |
एकवचन |
बहुवचन |
कर्ता |
यह, इसने |
ये, इन्होंने |
कर्म |
इसको, इसे |
ये, इनको,
इन्हें |
करण |
इससे |
इनसे |
संप्रदान |
इसे, इसको |
इन्हें, इनको |
अपादान |
इससे |
इनसे |
संबंध |
इसका, की,
के |
इनका, की,
के |
अधिकरण |
इसमें, इसपर |
इनमें, इनपर |
कारक |
एकवचन |
बहुवचन |
कर्ता |
कोई, किसने |
किन्हीं ने |
कर्म |
किसी को |
किन्हीं को |
करण |
किसी से |
किन्हीं से |
संप्रदान |
किसी को, किसी
के लिए |
किन्हीं को, किन्हीं
के लिए |
अपादान |
किसी से |
किन्हीं से |
संबंध |
किसी का, किसी
की,
किसी
के |
किन्हीं का, किन्हीं
की,
किन्हीं
के |
अधिकरण |
किसी में, किसी
पर |
किन्हीं में, किन्हीं
पर |
सर्वनाम का पद-परिचय
- तू = अपने से छोटे के लिए
- तुम = समवयस्क या समव्यवसायी के लिए
- आप = अपने से बड़े या आदरणीय व्यक्तियों के लिए
वक्ता |
श्रोता |
[-पद] (तुम) |
[-पद] (तुम) |
[+पद] (तुम) |
[-पद] (तू) |
[+पद] (तुम) |
[+पद] (आप) |
[-पद] (तू) |
[+पद] (तुम) |
- (यह) मेरा बेटा है।
- (इसका) नाम मोहन है।
- (वह) डॉक्टर है।
- (उसका) घर दिल्ली में है।
- (ये) मेरे पिता जी हैं।
- (इनके) दो बेटे हैं।
- (वे) रोज़ सैर के लिए जाते हैं।
- (उनका) नाम श्री राम प्रसाद मिश्र है।
- सर्व (सब) नामों (संज्ञाओं) के बदले जो शब्द आते हैं, उन्हें 'सर्वनाम' कहते हैं। संज्ञा की अपेक्षा सर्वनाम की विलक्षणता यह है कि संज्ञा से जहाँ उसी वस्तु का बोध होता है, जिसका वह (संज्ञा) नाम है, वहाँ सर्वनाम में पूर्वापरसंबंध के अनुसार किसी भी वस्तु का बोध होता है।
- पुरुषवाचक
- निजवाचक
- निश्चयवाचक
- अनिश्चयवाचक
- संबंधवाचक
- प्रश्नवाचक
- सर्वनाम का रूपांतर पुरुष, वचन और कारक की दृष्टि से होता है। इनमें लिंगभेद के कारण रूपांतर नहीं होता।
- संज्ञाओं के समान सर्वनाम के भी दो वचन होते हैं- एकवचन और बहुवचन। पुरुषवाचक और निश्चयवाचक सर्वनाम को छोड़ शेष सर्वनाम विभक्ति रहित बहुवचन में एकवचन के समान रहते हैं।
- सर्वनाम में केवल सात कारक होते हैं। संबोधन कारक नहीं होता। कारकों की विभक्तियाँ लगने से सर्वनामों के रूप में विकृति आ जाती है।
- पुरुषवाचक सर्वनाम - जो सर्वनाम किसी व्यक्तिवाचक संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होते हैं, उन्हें पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे - वह, तुम, मैं आदि।
- प्रश्नवाचक सर्वनाम - प्रश्न पूछने के लिए जिन सर्वनामों का प्रयोग किया जाता है, उन्हें प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे - कौन, क्या, कब आदि।
- निश्चयवाचक सर्वनाम - जिन सर्वनामों से किसी व्यक्ति या वस्तु का निश्चयपूर्वक बोध होता है, उन्हें निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे - यह, वह आदि।
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम - जिन सर्वनामों से किसी व्यक्ति या वस्तु का निश्चयपूर्वक बोध नहीं होता है, उन्हें अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे - कोई, कछ आदि।
- निजवाचक सर्वनाम - जिन सर्वनामों का प्रयोग स्वयं के लिए किया जाता है, उन्हें निजवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे - स्वयं, खुद आदि।
- संबंधवाचक सर्वनाम - जिन सर्वनामों का प्रयोग वाक्य में किसी दूसरे सर्वनाम से संबंध प्रकट करने के लिए किया जाता है, उन्हें संबंधवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे-जो-सो, जिससे आदि।
- उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम - बोलने वाला या लिखने वाला स्वयं अपने लिए जिन सर्वनामों का प्रयोग करता है, उन्हें उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे – मैं, मुझे, मेरा आदि।
- मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम - बात सुनने वाले के लिए जिन सर्वनामों का प्रयोग किया जाता है, उन्हें मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं जैसे - तुम, तेरा आदि।
- अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम - जिसके बारे में बात हो रही है, उसके लिए प्रयुक्त किए जाने वाले सर्वनाम अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम कहलाते हैं जैसे - वह, उसका आदि।
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